भूल न जाना उन ख़ुशियों को ग़म के अँधेरे में। भूल न जाना उन ख़ुशियों को ग़म के अँधेरे में।
हो नग्मा, नज़्म हो या हो किसी शायर की तुम ग़ज़ल। हो नग्मा, नज़्म हो या हो किसी शायर की तुम ग़ज़ल।
बन जाती माँ का आँचल पुरानी यादों की चादर। बन जाती माँ का आँचल पुरानी यादों की चादर।
मुस्कुराना सीख लूंगा, अगर तुम मिल जाओ। मुस्कुराना सीख लूंगा, अगर तुम मिल जाओ।
शुरू तुझसे मिरी तहरीर, तुझ पे ख़त्म होती हैं, तिरे नाम 'ज़ोया' के ये सारे क़लाम कर देंगे। शुरू तुझसे मिरी तहरीर, तुझ पे ख़त्म होती हैं, तिरे नाम 'ज़ोया' के ये सारे क़लाम ...
यूँ तो 'ज़ोया' लोग मुझे शरीफ़ कहते थे, अब दे गए सब मुझे दीवाने का ख़िताब। यूँ तो 'ज़ोया' लोग मुझे शरीफ़ कहते थे, अब दे गए सब मुझे दीवाने का ख़िताब।